Tata Group Company: भारतीय उद्योग जगत की दिग्गज कंपनी टाटा समूह ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। टाटा समूह की कंपनी टाटा कॉपर इंडस्ट्रीज लिमिटेड (TCIL) का विलय टाटा स्टील लिमिटेड (Tata Steel) में किया जा रहा है। इस विलय के बाद TCIL का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
TCIL की स्थापना 1958 में हुई थी। कंपनी का मुख्यालय मुंबई में है। कंपनी का मुख्य व्यवसाय तांबे का उत्पादन और खनन है। कंपनी भारत की प्रमुख तांबे उत्पादक कंपनियों में से एक है।
TCIL और Tata Steel के बीच विलय समझौता 2023 में हुआ था। विलय प्रक्रिया के तहत TCIL के सभी शेयर Tata Steel को आवंटित किए जाएंगे। TCIL के शेयरधारकों को Tata Steel के शेयरों के रूप में मुआवजा दिया जाएगा।
Tata Share का रिकॉर्ड
TCIL के विलय की रिकॉर्ड डेट 19 जनवरी, 2024 तय की गई है। रिकॉर्ड डेट तक TCIL के शेयरधारकों के पास कंपनी के शेयर रखने होंगे। रिकॉर्ड डेट के बाद TCIL के शेयरों का कारोबार बंद हो जाएगा।
Tata Steel ने TCIL के शेयरों के लिए मुआवजा मूल्य ₹132 प्रति शेयर तय किया है। यह मूल्य TCIL के शेयरों के अंतिम बंद भाव से 2% अधिक है।
Tata Group को होंगे कई लाभ
TCIL के विलय से Tata Steel को कई लाभ होंगे। विलय से Tata Steel को तांबे के उत्पादन और खनन में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिलेगी। विलय से Tata Steel को तांबे की कीमतों में उतार-चढ़ाव से बचाने में भी मदद मिलेगी।
TCIL के विलय से TCIL के कर्मचारियों की नौकरी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। Tata Steel ने सभी TCIL कर्मचारियों को अपनी कंपनी में शामिल करने का वादा किया है।
TCIL के विलय से भारतीय उद्योग जगत में एक बड़ा बदलाव होगा। यह विलय तांबे के उद्योग में Tata Steel की स्थिति को और मजबूत करेगा।